Share0 Bookmarks 251950 Reads1 Likes
खूँ से लथपथ ये जमाना हो गया
वक़्त कैसा ये बेगाना हो गया
साथ मिलके मुल्क़ में अपने रहे
क्यों तेरा क़ौमी तराना हो गया
बे-वजह ही दर्द क्यों देते हो अब
दर्द का दिल में ठिकाना हो गया
ए ख़ुदा महफूज़ रख ले यार को
क्यों हवा
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments