
Share0 Bookmarks 135 Reads1 Likes
है पास दिल के यूँ ख़ास आँखे
यूँ रहती है आस-पास आँखे
छुपा लिया उसने दर्द अपना
थी सुर्ख़ उसकी बिंदास आँखे
छुपा हुआ कुछ नज़र न आया
था पहने वो भी लिबास आँखे
न पास आया वो दूर जा कर
बिछड़ के उससे इयास आँखे
(इयास-नाउम्मीदी)
यूँ रहती है आस-पास आँखे
छुपा लिया उसने दर्द अपना
थी सुर्ख़ उसकी बिंदास आँखे
छुपा हुआ कुछ नज़र न आया
था पहने वो भी लिबास आँखे
न पास आया वो दूर जा कर
बिछड़ के उससे इयास आँखे
(इयास-नाउम्मीदी)
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments