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मैं भी बना हूं मोम का
जुड़ा हूं मोह के धागे से
व्यवहार से कठोर सही
पर भाव शून्य नहीं हूं मैं
तकदीर में मेरे जलना है
अंधकार से लड़ना है
तुम्हारे सुनहरे कल के लिए
मुझे आज पिघलना है
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