तपस्या व अभ्यास's image
Poetry1 min read

तपस्या व अभ्यास

aditipurohitaditipurohit November 30, 2022
Share0 Bookmarks 48944 Reads0 Likes

तपस्या व अभ्यास

अभ्यास तपस्या का यथार्थ वर्णन,


उन्मुक्त मन को बांध करना इक नया सृजन।


इन्द्रियों को बांधता जो सारथी,


है कथा जीवन उसी संग्राम की।


भय, क्रोध, लोभ, स्वार्थ, काम,


उठो तुम उनसे परे तब पोहचो कृष्ण वाम।


No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts