"प्रकृति और कर्म "'s image
1 min read

"प्रकृति और कर्म "

abhishek bhartiabhishek bharti June 16, 2020
Share0 Bookmarks 251423 Reads1 Likes

हे नर तू निराश न हो!

जैसे हर काली रात के बाद सुनहरा दिन आता है, वैसे ही तेरे दुःख के बादल भी छट

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts