दो पंक्ति एक सार है's image
Learn PoetryPoetry2 min read

दो पंक्ति एक सार है

Abhay DixitAbhay Dixit December 18, 2021
Share0 Bookmarks 48628 Reads1 Likes
शोर हुआ हो तो शाख बैठा हर परिंदा उड़ जायगा,
 अगर हमने दी पनाह तो तिनके से आशियाना बनाना हमें सिखा जायगा।।


धीरे धीरे अगर साथ चले हम तो सारी दुनिया साथ निभायेगी
हमने अगर जोर जल्दी की तो यूँ ही अकेला सा कर जायगी।।


जिंदगी जीने का हुनर सीखना है तो शाख के हर गिरते पत्ते से सीखते चलो,
जिंदगी में अगर आगे बढ़ना है तो सबकी गलतियों को माफ़ करते चलो।।


इरादा अगर पाने का है तो निरंतर तुम चलते चलो,
अगर दिया है तुम्हारे सामर्थ्य से कुछ ज्यादा मदद तुम लो

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts