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गुज़र गये वो लम्हें सारे, साथ में जो बिताये थे,
टूट गये वो सपने सारे, मिलकर जो सजाये थे।
बाकी कुछ भी रहा नहीं, यादों का बस डेरा है,
अब भी मेरे टूटे दिल में, बस तेरा ही चेहरा है।
सब कुछ मेरे पास में है, फिर भी कुछ कमी सी है,
अब भी मेरी आँखों में, हल्की-सी नमी सी है।
ऐसा क्या था तुझमें जो, अब भी मुझपर छाया है,
क्यों अभी भी ख्वाबों में, बस तेरा ही साया है।
तुझे देखता तो अ
टूट गये वो सपने सारे, मिलकर जो सजाये थे।
बाकी कुछ भी रहा नहीं, यादों का बस डेरा है,
अब भी मेरे टूटे दिल में, बस तेरा ही चेहरा है।
सब कुछ मेरे पास में है, फिर भी कुछ कमी सी है,
अब भी मेरी आँखों में, हल्की-सी नमी सी है।
ऐसा क्या था तुझमें जो, अब भी मुझपर छाया है,
क्यों अभी भी ख्वाबों में, बस तेरा ही साया है।
तुझे देखता तो अ
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