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ऊँघतीं हैं
दोपहर की कच्ची डगार से
मुनगे की सूख चुकी फलियाँ
सींच जाती है
उड़ती कोई चिड़िया
दूबरी
परछाईं से
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ऊँघतीं हैं
दोपहर की कच्ची डगार से
मुनगे की सूख चुकी फलियाँ
सींच जाती है
उड़ती कोई चिड़िया
दूबरी
परछाईं से
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