बेतरह आँख पोंछता है's image
1 min read

बेतरह आँख पोंछता है

Teji GroverTeji Grover
0 Bookmarks 92 Reads0 Likes

बेतरह आँख पोंछता है
इस क्षण का ईश्वर

(आँसू
प्याज़ के?)

ऐश्वर्य में
उसे भी नहीं मालूम
वह भी नहीं जानता

प्रतीक्षा है वह
जिसकी प्रतीक्षा
होना अभी शेष है

शेष है
अभी इस नक्षत्र पर

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts