याद  सिहरन's image
0 Bookmarks 171 Reads0 Likes

याद : सिहरन : उड़ती सारसों की जोड़ी
याद : उमस : एकाएक घिरे बादल में
कौंध जगमगा गई।
सारसों की ओट बादल
बादलों में सारसों की जोड़ी ओझल,
याद की ओट याद की ओट याद।
केवल नभ की गहराई बढ़ गई थोड़ी।
कैसे कहूँ की किसकी याद आई?
चाहे तड़पा गई।

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts