
0 Bookmarks 99 Reads0 Likes
आगे देखते हुए
पीछे देखना
और पीछे देखते हुए
आज को फलांग
आगे की अटकलें
एक हिक़मत
पीछे त्रास, सामने लोभ और
आगे 'कुछ भी नहीं' का अंधेरा
स्मृति एक तार है
आगे-पीछे खिंचता
टूटता-टूटता
न टूटता
कोई अज्ञात संकेत या आशंका
इतिहास के खेल में
स्मृति
एक हादसा ।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments