सदा सोहागिन नारि सो's image
1 min read

सदा सोहागिन नारि सो

Maluk DasMaluk Das
0 Bookmarks 136 Reads0 Likes

सदा सोहागिन नारि सो, जाके राम भतारा।
मुख माँगे सुख देत है, जगजीवन प्यारा॥१॥
कबहुँ न चढ़ै रँडपुरा, जाने सब कोई।
अजर अमर अबिनासिया, ताकौ नास न होई॥२॥
नर-देही दिन दोयकी, सुन गुरुजन मेरी।
क्या ऐसोंका नेहरा, मुए बिपति घनेरी॥३॥
ना उपजै ना बीनसि, संतन सुखदाई।
कहैं मलूक यह जानिकै,मैं प्रीति लगाई॥४॥

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts