दिल मिरा फिर दुखा दिया किन ने's image
1 min read

दिल मिरा फिर दुखा दिया किन ने

Khwaja Mir DardKhwaja Mir Dard
0 Bookmarks 86 Reads0 Likes

दिल मिरा फिर दुखा दिया किन ने

सो गया था जगा दिया किन ने

मैं कहाँ और ख़याल-ए-बोसा कहाँ

मुँह से मुँह यूँ भिड़ा दिया किन ने

वो मिरे चाहने को क्या जाने

ये संदेसा सुना दिया किन ने

हम भी कुछ देखते समझते थे

सब यकायक छुपा दिया किन ने

वो बुलाए से भागता था और

'दर्द' तुझ तक बुला दिया किन ने

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts