साईं, बैर न कीजिए's image
1 min read

साईं, बैर न कीजिए

Giridhar KaviraiGiridhar Kavirai
0 Bookmarks 1432 Reads0 Likes

साईं, बैर न कीजिए, गुरु, पंडित, कवि, यार ।

बेटा, बनिता, पँवरिया, यज्ञ–करावनहार ॥

यज्ञ–करावनहार, राजमंत्री जो होई ।

विप्र, पड़ोसी, वैद्य, आपकी तपै रसोई ॥

कह गिरिधर कविराय, जुगन ते यह चलि आई,

इअन तेरह सों तरह दिये बनि आवे साईं ॥

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts