
तितली एक सुनहरी सुबह में,
उड़ती उन्मुक्त हवा के झोंको में!
वो पुष्पों पर कुछ पल मंडराती,
अपनी चहलकदमी फिर दोहराती!
तितली रानी करती प्रकृति को शोभित,
देख उन्हें हो जाती मैं बहुत मोहित!
पढ़ा था कल किताब में फिर उनके बारे,
जाना तब कैसे वो जीती पुष्प रस के सहारे!
रोमांचित करता प्रकृति का प्रत्येक लेश,
शिक्षा से मिटता भीतर का भ्रम और क्लेश!
विज्ञान समझाता करना उपयोगी तर्क वितर्क,
भाषाविज्ञान में उन्नत हो बनते हम और सतर्क!
नई पीढ़ी का करते हम प्रतिनिधित्व,
सही निष्पक्ष इतिहास जानना हमारा दायित्व!
कितना लाभदायक होता समाज के लिए कराधान,
राजनीति विज्ञान बतलाए कैसे सत्ता खोजती समाधान!
गणित की कुछ सरल , कुछ विशिष्ट तरकीबें,
अंदर की अभिलाषा को पोषित करती रोचक किताबें!
स्वस्थ्य जीवनशैली और दिनचर्या से हुई मेरी दोस्ती,
खेल कूद में रुचि संग मिलती तन को भी सहज तंदुरुस्ती!
- यति
Be Playful ,
Be Positive! :D
Be Receptive &
Expand your Perspective! ✨
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