
हवाओं सी वो बहती,
मन में वो खुदसे कहती,
लांघने को वो आराम की देहरी,
सोच में थी वो पहले से गहरी!
फिर मिला उसे दोस्त राहिल,
खोजने लगे दोनों संग साहिल!
निकला मुसीबतों में हल,
मन तो दोनों का जाता बहल!
ये दोस्ती बड़ी ही सयानी!
दोनों की अनूठी अनमोल कहानी!
दोनों को ना भाए बेवजह निगरानी,
आज़ाद जीनी इन्हें अपनी जिंदगानी!
दोनों अपने सपने बेधड़क बुनते!
अपना रास्ता तो ये खुद ही चुनते!
दिल की अपनी हमेशा सुनते,
ज़िंदगी से ना कभी दोनों रूठते!
परिवर्तन तो इनको बहुत लाना हैं,
प्यार तो इनके लिए बस एक बहाना हैं,
दुनिया से तो दोनों को अकेले ही जाना हैं,
उजाले को तो फिर नए रूप में आना हैं!
जानते दोनों रिश्तों को निस्वार्थ होकर निभाना,
नहीं ज़रूरी इन्हें कोई स्थाई सकरा ठिकाना!
बस प्रयत्नशील रहकर वक्त इन्हें बिताना,
सपना तो इन्हें अपना हकीकत बनाना,
सपने में इनकी एक सुनहरा सशक्त समाज,
जहां मदद की एवज पर ना लगता हो ब्याज!
स्वास्थ्य हो प्राथमिकता चाहे रहे कामकाज!
दोनों को अपनी सादगी पर सूक्ष्म सा सहज नाज़!
- यति
If you are a boat that wants to sail in windy weather, you must be more stubborn than the waves!
✨
:)
Much Love and More Light to you!
❤️
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