मेहरूनी's image
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ये गुनगुनी धूप,

प्रकृति का खिलता हुआ स्वरूप,

विपुल मखमली घास,

पंछियों तितलियों का बसेरा आसपास,


आसमां जैसे बारिश में छिड़के नीर,

नयनों के समक्ष उभरती शुभ्र तस्वीर,

अपने तेज़ से सहज पोषण देते सूर्य,

आभामंडल में विभिन्न परिवर्तन कितने अनिवार्य!


बगीचों में कोलाहल तथा आवाजाही,

गुल पत्तियां भी दें रही गवाही,

आने को नूतन बहार,

हृदय कर रहा श्रृंगार!

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