Share0 Bookmarks 49214 Reads0 Likes
दरवाजे खुले
यकायक आ गयी वो सामने
नज़रे मिली
मैं ठिठका
वो सहमी
मैं उठा
वो बैठ गयी
वो हंसी मास्क के अंदर से
मैं भी मुस्कुराया मास्क के अंदर से
उसने हाथ बढ़ाया
मैंने भी थामने को अपना
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments