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बहुत तेज़ हो रही है सुनो, कल शाम से बारिश,
जैसे भीगो गई थी मुझे कभी तेरे नाम से बारिश।
जब से गई है तु तेरे हाथों में महेंदी लगा कर,
बहुत कर रहा हूं मैं सुनो, भरे जाम से बारिश।
किसी को पता चले नहीं कि बहुत रो रहा हूं मैं,
मौसम
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