
Share0 Bookmarks 129 Reads0 Likes
मेरी चाहत में तेरा दिल बेकरार हो भी सकता है,
मिलते रहोगे तो मुझसे प्यार-व्यार हो भी सकता है।
माना इस महफिल का खुदा आज कोई और ही सही,
कल हर महफिल का खुदा ये ख़ाकसार हो भी सकता है।
मैं लड़ता रहा हूँ आज तक बहुत अपनी बदनसीबीयों से,
पर कल अपने ही खेमे में परवरदीगार हो भी सकता है।
वो जो कहते हैं उन्हें किसीसे इश्क़ नहीं, जिंदगी हसीन है।
ताउम्र से उन्हें भी किसी का इन्तजार हो भी सकता है
Vikram...
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments