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"मास्क" को ढाल बना पर्याप्त दूर बैठकर,
"वैक्सीन" के सहारे पे दुःखती पीठ टेककर,
"बीमारी" व "भय" का गट्ठर बना परे ठेलकर,
साक्षात्कार में प्रश्न किये कोरोना से भेंटकर,
कहा हमने कुछ खीझकर जब आपको क्या चाहिए ?
प्रतिप्रश्न कई दे शान्ति से बोला पहले ये मुझे बताइये ?
मोबाइल टॉवर तरंग से मृत चिड़ियों का हत्यारा कौन है?
"प्रकृति" रुदन के बावजूद क्यूँ "विकास" बेचारा मौन है ?
बढ़ती आवाज़ रोकी हमने उसकी आंखों में देखकर,
निरुत्तर उसे करना चाहा अपने एक प्रश्न से छेंककर,
किस हक से तुम ही दंड दोग
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