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"अहिंसात्मक क्रांति" - विवेक मिश्र

विवेक मिश्रविवेक मिश्र May 4, 2023
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अगर चाहिए सम्मान तो पहले सम्मान करना होगा,
सीखा न डराना हमने तो है तय कि हमें डरना होगा,
कह दिया डॉक्टर ने मरीज से पैसे पूरे ऐंठने के बाद,
लिया है जिसने भी जन्म यहाँ उसे ही तो मरना होगा,

करिए हल्ला शांतिपाठ का मूक प्रदर्शन धरना होगा,
लड़ कुश्ती जीते अबला अस्मत नेता का गहना होगा,
कह दिया पुलिस ने गरीब से डंडे चार जड़ने के बाद,
फरियाद न्याय की है तुमने अब जेल में सड़ना होगा,

खाट खड़ी व बिस्तर गुल है भूख प्यास में रहना होगा,
ये नहीं कर सकते कुछ तो वे करें जो वो सहना होगा,
कह दिया बिल्ली ने सबसे सौ चूहे खा चुकने के बाद,
हज कर हो गए हम हाजी नर्क में सबको भरना होगा

पढ़िये खबरें लिखिये कविता करने कुछ संवरना होगा
बैसाख आषाढ़ को न छेडे तांडव सृष्टि का वरना होगा
कह दिया शहीद ने चिता में सब टुकड़े जलने के बाद,
हो पराधीन मरने से बेहतर जीवन जीने लड़ना होगा,


                         ★★★★★



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