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शाम बोझिल सी लगती है सड़के सूनसान हो गई है
रात आंखों में गुजर जाती है तेरे जाने के बाद
दीवारें रूठ गई है मेरे घर की ये घूरती है मुझे
घड़ी थम सी गई है मेरे कमरे की तेरे जाने के बाद
नाकारा बोल कर छोड़ा था वो कल की बात थी
मैं अब कामयाब हो गया हूं त
रात आंखों में गुजर जाती है तेरे जाने के बाद
दीवारें रूठ गई है मेरे घर की ये घूरती है मुझे
घड़ी थम सी गई है मेरे कमरे की तेरे जाने के बाद
नाकारा बोल कर छोड़ा था वो कल की बात थी
मैं अब कामयाब हो गया हूं त
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