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चलो मर जाते हैं

Vivek Kumar TiwariVivek Kumar Tiwari February 15, 2022
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चलो मर जाते है की अब बोझ ढोया नहीं जाता
सरेआम बेतरतीबी से बेइज्जत होना ढोया नहीं जाता
अभी तक तुम्हारे उंगलियों के निशान मेरे गालों पर है 
बीच बाजार किसी अपने से थप्पड़ खाना ढोया नहीं जाता
तुमने मेरा साथ छोड़ दिया इसमें मैं कहा गलत हूं

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