Share0 Bookmarks 43475 Reads0 Likes
मैं अभी वहीं हूं मेरे ख्वाब अभी वही है
जाता हूं दूर, सपने से अपने
पर सपने अब भी वही है
भटकता हूं राह, मंजिल से अपने
पर मंजिल अब भी वही है
इश्क कर देता हूं कुर्बान, दिल के पन्नों से अपने
पर दिल अभी वही है
हार जाता हूं दुनिया, मन के हालात, परिस्थितियों से अपने
पर मन अभ
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments