मगर मेरी महोब्बत को नहीं समझती's image
Poetry1 min read

मगर मेरी महोब्बत को नहीं समझती

SHAYAR VISHU KINGSHAYAR VISHU KING March 7, 2023
Share0 Bookmarks 0 Reads0 Likes
वो इश्क़ तो समझती हैं
मगर मेरी जात को नहीं समझती 
वो नादाँन है पगली दोस्त तो समझती है
मगर मेरी महोब्बत को नहीं समझती 
एक शायर को खोने का गम उसे नही मालूम, 
वो दिल तो समझती हैं
मगर मेरी जज्बात को नहीं समझती।। 

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts