
Share0 Bookmarks 15 Reads0 Likes
कौन जाने मेरा दर्द किसी से ब्या नहीं दिया जाता
कुछ बुरा बहुत बोलते है, लेकिन क्या करे जवाब भी नहीं दिया जाता
दर्द एक शायरी है कौन बताये उनको,
हर रोग की दवा औषधि है, पर नहीं दिया जाता
जन्नत ये ख्वाहिश थी अपना इश्क इजहार करने कि
लेकिन इश्क है उनसे फिर भी खत नहीं दिया
कभी किसी मोड़ पर मुलाकात होगी उनसे
यू किसी से इश्क करके छोड़ नहीं दिया जाता
ये जो तेरी हंसी आज भी गुलाब की पंखुड़ी की तरह है
उसे तुम चुमना, उसकी डाली कभी तोड़ नहीं दिया जाता
एक आखिरी बात, तुम इश्क भले मत करना,
पर यू किसी का दिल रख तोड़ नहीं दिया जाता।।
~© विशु किंग
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments