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हवाओं ने इल्तिजा की है

Vishal ShandilyaVishal Shandilya January 8, 2024
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पुराने को रूखसत, नयी वफ़ा की है।

हमने कुछ पत्तियां तुमसे जुदा की है।


झड़ गये फूल, बीज मिट्टी में गिरा है।

सजा नहीं , हमने तुमको दुआ दी है।


टहनियों से अब निकलेंगी कोंपलें नई।

गिरे

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