ख्वाबों ने चिट्ठी लिखी है's image
Love PoetryPoetry2 min read

ख्वाबों ने चिट्ठी लिखी है

Virag DhuliaVirag Dhulia December 9, 2021
Share0 Bookmarks 47937 Reads0 Likes

सुना है मेरे ख्वाबों ने 

मुझे एक चिट्ठी लिखी है 

भूले बिसरे मेरे ख्वाबों की 

कहीं तो एक गठरी रखी है 

ज़िन्दगी की नेमतों में 

ख्वाबों की गिनती नहीं हुई 

वक़्त की मुशक्कतों से 

इनकी तरफ से विनती नहीं हुई 

मायूसी और उदासीनता 

अब मेरे ख्वाबों की सखी है 

भूले बिसरे मेरे ख्वाबों की 

कहीं तो एक गठरी रखी है 


सुना है मेरे ख्वाबों ने 

मुझे एक चिट्ठी लिखी है 

दूर अंधियारे कोने में 

उम्मीद की एक किरण दिखी है 

कि सजग सजल हो 

आतुर बेकल हो 

ख़्वाब फिर से रंगीन हो&nbs

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts