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आँखों पर अपनी हमको विश्वास नहीं है
हम रो रहे होंगे लेकिन उदास नहीं हैं
हम नंगे हो गएँ अक्सर सामने उनके
रो कर जो कह दिएँ कि लिबास नहीं है
हमें देख कर रहे हैं वो तलवार अपनी तेज
आगे क्या हो हमको कोई आभास नहीं है
कंधे
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