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दिन गुज़रा मेरा अक्सर जिनकी गुलामी में gazal by Vinit Singh Shayar

Vinit SinghVinit Singh February 28, 2023
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दर्द भरा गीत यहाँ गाया जा सकता है

इस मौसम में गुनगुनाया जा सकता है


आज़मा कर हमें वो कहते हैं बज़्म में

और इक बार तुम्हें आज़माया जा सकता है


जिन्हें सुनना है दर्द मेरा ठहरे रात बाक़ी है

जिनको है ज़रूरी काम वो जा सकता है


अब कहीं जा

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