
गुरू बृहस्पति पवित्र मंत्र-बुद्धि भूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पितम।
जीत जायेंगे हम-जीत जायेंगे हम-तू अगर संग हैं-ज़िन्दगी हर कदम एक नयी जंग हैं-ज़िन्दगी हर कदम एक नयी जंग हैं
जीत जायेंगे हम-जीत जायेंगे हम-तू अगर संग हैं-ज़िन्दगी हर कदम एक नयी जंग हैं-ज़िन्दगी हर कदम एक नयी जंग हैं
तूने ही सजाये हैं मेरे होठों पे ये गीत-तूने ही सजाये हैं मेरे होठों पे ये गीत-तेरी प्रीत से मेरे जीवन में बिखरा संगीत-मेरा सब कुछ तेरी देन हैं मेरे मन के मीत-मैं हूँ एक तस्वीर तू मेरा रूप रंग हैं-ज़िन्दगी हर कदम एक नयी जंग हैं-ज़िन्दगी ज़िन्दगी हर कदम एक नयी जंग हैं
हौसला ना छोड़ कर सामना जहाँ का- हौसला ना छोड़ कर सामना जहाँ का- वो बदल रहा है देख रंग आसमान का- रंग आसमान का-ये शिकस्त का नही ये फ़तेह का रंग है-ज़िंदगी हर कदम एक नयी जंग है-ज़िंदगी हर कदम एक नयी जंग है
रोज़ कहाँ ढूँढेगे सूरज चाँद सितारों को -रोज़ कहाँ ढूँढेगे सूरज चाँद सितारों को -आग लगा कर हम रोशन कर लेंगे अँधियारो को- आग लगा कर हम रोशन कर लेंगे अँधियारो को-गम नही जब तलक़ दिल मे ये उमंग है-ज़िंदगी हर कदम एक नई जंग है-ज़िंदगी हर कदम एक नई जंग है
जीत जायेंगे हम- जीत जायेंगे हम तू अगर संग हैं-ज़िन्दगी हर कदम एक नयी जंग हैं-ज़िन्दगी हर कदम एक नयी जंग हैं-ज़िन्दगी हर कदम एक नयी जंग हैं
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