Share0 Bookmarks 44823 Reads0 Likes
उम्मीद भी अब कोई दरवाज़ा नहीं खड़खड़ाती है
हर दुआ भी कतरा के मुझ से गुजर जाती है
No posts
No posts
No posts
No posts
उम्मीद भी अब कोई दरवाज़ा नहीं खड़खड़ाती है
हर दुआ भी कतरा के मुझ से गुजर जाती है
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments