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मैं तुमसे प्यार करती हूं
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मैं तुमसे प्यार करती हूं
उस तरह नही
जैसे शिकारी करता है
अपने शिकार से
मछुआरा करता है
मछलियों से
उस तरह भी नहीं
जैसे हवा होती है बेचैन
किसी जलते हुए दिए को बुझाने के लिए
मेरी समूची देह
किसी और के पास है
उम्र भर के लिए
घर वालो ने गिरवी रख दी है
शादी के नाम पर
और यहां पर रोने पर भी पाबंदी है
किसी और बहाने से
जब मिलूंगी तुमसे तो बताउंगी <
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