
Share0 Bookmarks 49 Reads0 Likes
एक रात
__________
एक रात कि जो उम्र से बड़ी है
एक रात कि जिसमे सितारों की चमक फिलिस्तीन के किसी बीमार बच्चों की तरह पीली पड़ गई हों
एक रात कि जिसमे वैशाली की आम्रपाली हो रही हो सरेआम नीलाम
एक रात कि जिसमे में डूब रही हो मुसाफिरों से भरी नाव गहरे सागर में
एक रात कि जिसमे तुम जा रहे हो हमेशा के लिए
यह रात मेरे लिए उन तमाम रातों से ज्यादा भयावह है
जाड़े की रात और नदी किनारे
नाव पर बैठे पढ़ रहा वही कविता जो तुम्हारे लिए लिखा था
यह रात, रात नही एक बहुत बड़ी त्रासदी है
एक त्रासदी कि जिसके बाद
सिर्फ हताशा और निराशा होगी
एक जिंदगी होगी तुम्हारे बगैर
और ये सबसे बड़ी त्रासदी होगी।
—विकास गोंड
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments