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मुझमें बुराई और खुद में अच्छाई ढूँढते हो | Happy Dussehra

Vikas BansalVikas Bansal October 15, 2021
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मुझमें बुराई और खुद में अच्छाई ढूँढते हो

जानता हूँ मैं तुम यहाँ मुझ से बड़े रावण हो


जलाते मुझे बार बार पर मैं मरता नहीं कभी

मेरे ज़िन्दा रहने के तुम्हीं सबसे बड़ा कारण हो


सफल कभी हुए नहीं पर करते प्रयास बार बार

असफलताओं के सबसे बड़े तुम उदाहरण हो


अंदर झांक कर देख सको तो देखो एक बार

तुम ख़ुद किए बैठे १०-१० मुखौटे धारण हो


कई बार जलाया पर फिर भी जला मैं कहाँ

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