Share0 Bookmarks 199071 Reads0 Likes
मिट कर भी ना मिट सकेंगे,
निशां ऐसे छोड़ आई हूं..!
आएगी याद तुझे भी हर पल मेरी
वफ़ा ऐसी छोड़ आई हूं..!!
कैसे भूल पाओगे तुम मुझे,
असर दिल पर ऐसा छोड़ आई हूं..!
मिट कर भी ना मिट सकेंगे,
निशां ऐसे छोड़ आई हूं..!
बुझ ना पाएगी ये आग अब,
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments