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जहर है कि प्यार है नशा

VicharVichar November 13, 2021
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भक्ति भाव का नशा प्रेम में

जहर बनेगा अमृत

आज कराऊँ तुम्हे कथा में

भक्तमाल के दर्शन

 

ये जहर जिसे तुम सुख की नदिया मान रहे हो

धन दौलत और झूठी शान बखार रहे हो

जब मृत्यु निकट तेरे दरवाजे आएगी

तब नशा जहर का

प्यार सभी कुछ

यहीं छोड़ कर जाएगीअपने ईश्वर से मिलने में भी

हर पल वो सकुचायेगी

इतनी लज्जा, इतनी लज्जा कि छोड़ चली वो स्वर्ग राहनरक सही सब कष्ट सही

पर प्रभु से न कह पाएगी

 

याद आ रहीं आज कथा जो भक्तों ने कभी सुनाई थीं

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