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तुम्हारी गली में आना मिलने का बहाना था
एक झलक तुम्हारी देखने का जो इरादा था,
फ़ोन पर बात करने का बिल्कुल मन नहीं था
मिलकर तुम से दिल की बात को बतलाना था,
ना जाने मेरा दिल आजकल कहाँ खो गया है
कहीं तुम्हारे पास तो नहीं यह तुम से पूछना था,
मोहब्बत का इज़हार करने के तरीके तो बहुत है
ऑंखों को पढ़कर फ़ैसला तुम्हारा जो जानना था
©️Vibha Jain
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