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सूरज होने को आया है अस्त
पंछी घर चले होकर सुस्त
आंधी और तूफान भी है मस्त,
कश्ती हौसलों की पूर्णविराम लगाएगी नहीं तब तक
पहुँच ना जाए अपने किनारे जब तक।
©️Vibha Jain
पंछी घर चले होकर सुस्त
आंधी और तूफान भी है मस्त,
कश्ती हौसलों की पूर्णविराम लगाएगी नहीं तब तक
पहुँच ना जाए अपने किनारे जब तक।
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