अग्नि में दिये's image
Poetry1 min read

अग्नि में दिये

Varun Singh GautamVarun Singh Gautam January 17, 2022
Share0 Bookmarks 50 Reads0 Likes


कब जलेंगे आँगन में दीपक

खूबसूरत लगेंगे यें कितना

अग्नि में दिये , दिये में बाती

चलें चलों खुशियां के घर में

प्रेम बन्धन का दीप जलाएँ

रोशनी की दुनिया कौन जाने ?

यें अंधेरे की दिवाले से जाकर पूछो

क्या ! रोशनी नहीं लगती प्यारी तुझे

अपनी पर को पर नहीं होने दो‌ न

सारे भव में तस्वीर रच दो न

चित्र –

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts