Share0 Bookmarks 225606 Reads0 Likes
बहुत हुआ, अब तुम
ये तस्वीर बदल डालो।
तोड़ो जंजीरें सारी,
लोक मान्यता मेें जकड़ी,
मर्यादा की बेेेड़ी को तुम,
अब हथियार बना डालो।
बहुत हुआ अब तुुुम
ये तस्वीर बदल डालो।
है धरती आज मैली तो,
वायु भी प्रदूषित है,
है नदिया आज पीढ़ित,
समंदर
ये तस्वीर बदल डालो।
तोड़ो जंजीरें सारी,
लोक मान्यता मेें जकड़ी,
मर्यादा की बेेेड़ी को तुम,
अब हथियार बना डालो।
बहुत हुआ अब तुुुम
ये तस्वीर बदल डालो।
है धरती आज मैली तो,
वायु भी प्रदूषित है,
है नदिया आज पीढ़ित,
समंदर
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments