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ज़िन्दगी यू तन्हाई सी क्यूँ लगे,
पास रहकर भी जुदाई सी क्यूँ लगे।
वादे तो थे उम्रों के हमारे दरम्यान,
फिर अभी....,रिहाई सी क्यूँ लगे।।
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ज़िन्दगी यू तन्हाई सी क्यूँ लगे,
पास रहकर भी जुदाई सी क्यूँ लगे।
वादे तो थे उम्रों के हमारे दरम्यान,
फिर अभी....,रिहाई सी क्यूँ लगे।।
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