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उनकी आंखें भी कितनी खुदगर्ज है,
जब पसंद थे तो अच्छाइयां देखती थी,
और जब ना -पसंद हुए तो बुराइयां ढूंढती है।
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जब पसंद थे तो अच्छाइयां देखती थी,
और जब ना -पसंद हुए तो बुराइयां ढूंढती है।
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