
समस्या को समस्या समझना ही सबसे बडा समस्या हैं।क्योंकि जब आप समस्या को समस्या समझने लगते हैं।तब आप उस समस्या मे और उलझ जाते हैं।जबकि समस्या को सुलझाने के लिए उसका हल खोजना पडता हैं।और हल खोजने के लिए आपको समस्या को छोड़कर उसके हल खोजने पर ध्यान देना पडता हैं।जब आपका ध्यान हल खोजने पर होगा तब आप जरूर हल खोज लेगें लेकिन अगर आपका ध्यान सिर्फ समस्या पर होगा तब आप कभी भी हल नहीं खोज पायेंगे आप उसी समस्या मे और उलझते जाते और धीरे धीरे पुरे तरह से बर्बाद हो जाते हैं।इसलिए अगर जीवन मे कोई भी समस्या आये तो उसका हल खोजने का कोशिश करें ना की उस समस्या मे फँसे और जिंदगी मे एक काम के हजारों रास्ते होते हैं।हो सकता हैं।की उस समस्या का हल किसी दुसरे या तीसरे रास्ते से निकलता हो उदाहरण के लिए जब आप गणित का कोई सवाल हल करते हैं।अगर हल नहीं होता हैं।तब भी बार बार कोशिश करते हैं।क्योंकि आपको मालूम हैं।इसका हल जरूर हैं।मैं कोशिश गलत कर रहा हुँ।उसी तरह हर समस्या के हजारो रास्ते हैं।उसे बाहर आने के लेकिन कोई उसे मानता ही नहीं इसलिए उस समस्या मे फँस कर रह जाता हैं।गणित के सवाल हल करने के हजारों रास्ते हैं।तो जीवन मे आये समस्या को हल करने के भी हजारों रास्ते हैं।बस आपको मानना पडेगा #
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