Share0 Bookmarks 46103 Reads1 Likes
इस तरह जीने का सामान जुटाता क्यों है।
ख़र्च करना ही नहीं है तो कमाता क्यों है।
चाहता है वो को
ख़र्च करना ही नहीं है तो कमाता क्यों है।
चाहता है वो को
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments