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तन और मन को दुरुस्त
रखना हे मेरे पालनहार
तभी हम जीवन का सफर
आनंद ले सकेंगे लगातार
बुद्धि और विवेक की तुला
को रखना हरदम युगानुकूल
ताकि हमारे कार्य कोई न हों
कभी कहीं समाज के प्रतिकूल
ईश्वर की महिमा का हम कुटुंब
संग सदा करते रहें गुणगान
सद्मार्ग पर चल रोशन करें हम
कुल और गांव का सतत नाम
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