Share0 Bookmarks 43685 Reads0 Likes
ईश्वर ने सोच विचार कर
रचा अपनेपन का भाव
जहां उसका अस्तित्व है
वहां और न कोई प्रभाव
जहां कहीं प्रबल रहता
अपनत्व का अहसास
वह
No posts
No posts
No posts
No posts
ईश्वर ने सोच विचार कर
रचा अपनेपन का भाव
जहां उसका अस्तित्व है
वहां और न कोई प्रभाव
जहां कहीं प्रबल रहता
अपनत्व का अहसास
वह
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments