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समझाना बहुत है मुश्किल

udaykumar030462udaykumar030462 December 12, 2022
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जिसके लिए हूँ कुर्बान, वही खफा है मुझसे ,

करुँ तो क्या करुँ मैं ? समझाना बहुत है मुश्किल ।

खुद्दार हैं सभी हम, खुद्दारी मेंरा न समझा ,

इल्जाम उलझनो का, मिटाना बहुत है मुश्किल ।।

देश है हमारा , वतन का हम रखवाले ,

गुजरे हुए वो गर्दिश, समझाना बहुत है मुश्किल ।

जिसके लिए हूँ

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