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तू मर्द होने की परिभाषा को लात मार कर निकल जा,
तू बदल जा.
तू रंग गुलाबी तन में डालकर काले रंग को निगल जा,
तू बदल जा.
तू रास कर, श्रृंगार कर
बस नारी का सम्मान कर
आंखों को तू बहने तो दे
तू दिल को बात कहने तो दे
तू जग को एक बदलाव दे
तू मर्द का अर्थ सवार दें.
-Twinkle Sharma
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